मौत को दावत मैं दे हर बार सरहद पे खड़ा हूँ मौत सीने से लगाकर यार सरहद पे खड़ा हूँ। मौत को दावत मैं दे हर बार सरहद पे खड़ा हूँ मौत सीने से लगाकर यार सरहद पे खड़ा...
घुटन, शिकस्त, तन्हाई का दौर जब तुम्हें सताएगा… घुटन, शिकस्त, तन्हाई का दौर जब तुम्हें सताएगा…
लगता है ऐसे जैसे हिल मिल दुनिया चलती है। लगता है ऐसे जैसे हिल मिल दुनिया चलती है।
जैसे बिन जल तड़पे मछली, वो सागर का पानी सूखा गए। कुछ इस तरह सामने आकर वो रुख पर पर्दा गिरा... जैसे बिन जल तड़पे मछली, वो सागर का पानी सूखा गए। कुछ इस तरह सामने आकर ...
लबों से तो कुछ ना कहूं, नज़रों से हर वो बात हो। लबों से तो कुछ ना कहूं, नज़रों से हर वो बात हो।
ही मेरे नाम का महल बनाते हैं। ही मेरे नाम का महल बनाते हैं।